Rim Jhim Ghire Sawan Lyrics & Tabs by Kishore Kumar
Rim Jhim Ghire Sawan
guitar chords lyrics
रिमझिम गिरे सावन, सुलग सुलग जाये मन
भीगे आज इस मौसम में, लगी कैसी ये अगन
रिमझिम गिरे सावन, सुलग सुलग जाये मन
भीगे आज इस मौसम में, लगी कैसी ये अगन
पहले भी यूँ तो बरसे थे बादल
पहले भी यूँ तो भीगा था आँचल
अब के बरस क्यों सजन, सुलग सुलग जाये मन
इस बार सावन दहका हुआ हैं
इस बार मौसम बहका हुआ हैं
जाने पी के चली क्या पवन, सुलग सुलग जाये मन