Ravan Stuti Lyrics & Tabs by Shankar Mahadevan

Ravan Stuti

guitar chords lyrics

Shankar Mahadevan

Album : 30 Essential Divine Songs hindi PlayStop

||साथिशवताडवतोम् ||
||ीगणेशायनमः ||
जटाटवीगलजलवाहपािवतथले, गलेऽवलय लबतां भुजतुमालकाम् | डममममिनादवमवयं, चकारचडताडवं तनोतु नःिशवःिशवम् ||१||

जटाकटाहसंममिलपिनझरी, िवलोलवी िचवरीिवराजमानमूधिन | धगद् धगद् धगवलल् ललाटपपावके िकशोरच शेखरे रितःितणं मम ||२||
धराधरेनंिदनीिवलासबधु बधुरस् फुरद् िदगत सतितमोदमानमानसे | कृपाकटाधोरणीिनदुधरापिदविचद् िदगबरे मनोिवनोदमेतु वतुिन ||३||
लताभुजिपलस् फुरफणामिणभाकदब कुमवप् रलिदवधूमुखे | मदाधसधुरस् फुरत् वगुरीयमे दुरे मनोिवनोद मुतं िबभतु भूतभतर ||४||
सहलोचनभृयशेषलेखशेखरसूनधूलधोरणी िवधूसरापीठभूः | भुजराजमालयािनबजाटजूटकयै िचराय जायतां चकोरबधुशेखरः ||५||
ललाटचवरवलद् धनयफुलभािनपीत पसायकं नमिलपनायकम् | सुधामयूखले खयािवराजमानशेखरं महाकपालसपदे िशरोजटालमतु नः ||६||
करालभालपिकाधगद् धगद् धगवलनयाहती कृतचडपसायके | धराधरेनदनीकुचािचपककपनैक िशपिनिलोचने रितमम |||७||
नवीनमेघमडलीिनद् धदुर् धरफुरत्-कुह िनशीथनीतमःबधबकधरः | िनलपिनझरीधरस् तनोतु कृसधुरःकला िनधानबधुरःयं जगद् धुरंधरः ||८||
फुनीलपजपकालमभा-वलब कठकदलीिचबकधरम् | मरछदं पुरछदं भवछदं मखछदं गजछदांध कछदं तमंतकछदं भजे ||९||
अखव सव मलाकलाकदंबमरीरसवाहमाधुरी िवजृंभणामधुतम् | मरातकं पुरातकं भवातकं मखातकं गजात काधकातकं तमतकातकं भजे ||१०||
जयत् वदिवममद् भुजमवस –ििनग मत् मफुरत् करालभालहयवाट् | धिमििमििमवनमृदतुमल विनमविततचडताडवःिशवः ||११||
पृषििचतपयोभुजमौिकजोर्- –गररनलोयोःसुिपपयोः | तृणारिवदचुषोःजामहीमहेयोःसमवृकः (समं वतयमनः)कदासदािशवं भजे ||१२||
कदािनलपिनझरीिनकुकोटरे वसन् िवमुदुमितः सदािशरःथमलं वहन् | िवमुलोललोचनोललामभाललकःिशवेित मंमुचरन् कदासुखीभवायहम् ||१३||

जयत् वदिवममद् भुजमवस –ििनग मत् मफुरत् करालभालहयवाट् | धिमििमििमवनमृदतुमल विनमविततचडताडवःिशवः ||११||
पृषििचतपयोभुजमौिकजोर्- –गररनलोयोःसुिपपयोः | तृणारिवदचुषोःजामहीमहेयोःसमवृकः (समं वतयमनः)कदासदािशवं भजे ||१२||
कदािनलपिनझरीिनकुकोटरे वसन् िवमुदुमितः सदािशरःथमलं वहन् | िवमुलोललोचनोललामभाललकःिशवेित मंमुचरन् कदासुखीभवायहम् ||१३||
इदम् िहिनयमेवमुमुमोमं तवं पठमरुवरो िवशुिमेितसंततम् | हरे गुरौसुभिमाशु याितनायथागितं िवमोहनं िह देिहनां सुशरयिचंतनम् ||१४||
पूजावसानसमये दशवगीतं यःशंभु पूजनपरं पठितदोषे | तयथरां रथगजेतुरयुां लमसदैवसुमुखं ददाितशंभुः ||१५||
इितीरावण-कृतम् िशव-ताडव-तोम् सपूणम्

Like us on Facebook.....
-> Loading Time :0.0149 sec