Raat Kali Ek Khwab Men Aai Lyrics & Tabs by Kishore Kumar
Raat Kali Ek Khwab Men Aai
guitar chords lyrics
रात कली एक ख्वाब में आई और गले का हार हुई
सुबह को जब हम नींद से जागे, आँख तुम ही से चार हुई
चाहे कहो इसे मेरी मोहब्बत, चाहे हँसी में उड़ा दो
ये क्या हुआ मुझे मुझको खबर नहीं, हो सके तुम ही बता दो
तुम ने कदम तो रखा जमीन पर, सीने में क्यों झंकार हुई
आँखों में काजल और लटों में काली घटा का बसेरा
सावली सूरत मोहनी मूरत, सावन रुत का सवेरा
जब से ये मुखड़ा दिल में खिला है, दुनियाँ मेरी गुलज़ार हुई
यूँ तो हसीनों के, माहजबीनों के होते हैं रोज नज़ारे
पर उन्हें देख के, देखा है जब तुम्हें, तुम लगे और भी प्यारे
बाहों में ले लू ऐसी तमन्ना, एक नहीं कई बार हुई