Maan Mausam Ka Kaha (From "Unique") Lyrics & Tabs by Jagjit Singh

Maan Mausam Ka Kaha (From "Unique")

guitar chords lyrics

Jagjit Singh

Album : Moments, Vol. 2 (Jaam Aur Judai Ke Pal) ghazal PlayStop

मान मौसम का कहा छाई घटा जाम उठा,
आग से आग बुझा फूल खिला जाम उठा ।
ऐ मेरे यार तुझे उसकी कसम देता हूँ,

भूल जा शिकवा गिला हाथ मिला जाम उठा ।
एक पल भी कभी हो जाता है सदीयों जैसा,
देर क्या करना यहाँ हाथ बढ़ा जाम उठा ।
प्यार ही प्यार है सब लोग बराबर है यहाँ,
मयक़दे में कोई छोटा ना बड़ा जाम उठा ।

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